फर्जी पुलिया निर्माण मामले में प्रधान पर लगा वित्तीय अनियमितता का आरोप, SDM से लेकर CM तक पहुँची शिकायत। फँस सकती है कइयों की गर्दन।
करनैलगंज/ गोण्डा , बगैर पुलिया निर्माण कराये फर्जी तरीके से बिल बावचर के सहारे प्रधान द्वारा लाखों रुपये का वारा न्यारा करने का मामला प्रकाश में आया है, जिसमे ग्रामीण सुरेंद्र बहादुर सिंह द्वारा SDM, CDO, DM गोण्डा से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक शिकायत भेज कर कार्यवाही की मांग की गई है। मामला करनैलगंज वि. ख. अन्तर्गत ग्राम पंचायत शीशामऊ के मजरा तारापुरवा का है, जिसमे ग्रामवासी सुरेन्द्र बहादुर ने उच्चाधिकारियों को भेजी गई शिकायत में बताया है कि , उसके तारापुरवा गांव में कोई पुलिया नही बनाई गई है, जबकि प्रधान द्वारा सरकारी धन का फर्जी तरीके से दो लाख पचपन हजार सात सौ इकतीस रुपये का भुगतान करा लिया गया है। इतना ही नहीं मामले में दिलचस्प बात ये है कि, जनता को सुगम व त्वरित न्याय दिलाने के लिये शुरू की गई मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायतकर्ता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत संख्या 9191830031230 सम्बन्धी जांच में नामित जांच अधिकारी सहायक विकास अधिकारी ने आपू चापू रिपोर्ट लगाकर वित्तीय अनियमितता की बात का जिक्र न करके प्रधान व सदस्यों को पद से हटाये जाने वाली नियमावली बताकर मामले को और उलझा दिया है,जो कहीं न कहीं जहां एक तरफ उच्चाधिकारियों को गुमराह करने के प्रयाश का इशारा प्रतीत होता है वही दूसरी ओर जांच की निष्पक्षता पर सवालिया निशान है।फिलहाल जो भी हो शिकायत की जाँच होने पर दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो जायेगा।
करनैलगंज/ गोण्डा , बगैर पुलिया निर्माण कराये फर्जी तरीके से बिल बावचर के सहारे प्रधान द्वारा लाखों रुपये का वारा न्यारा करने का मामला प्रकाश में आया है, जिसमे ग्रामीण सुरेंद्र बहादुर सिंह द्वारा SDM, CDO, DM गोण्डा से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक शिकायत भेज कर कार्यवाही की मांग की गई है। मामला करनैलगंज वि. ख. अन्तर्गत ग्राम पंचायत शीशामऊ के मजरा तारापुरवा का है, जिसमे ग्रामवासी सुरेन्द्र बहादुर ने उच्चाधिकारियों को भेजी गई शिकायत में बताया है कि , उसके तारापुरवा गांव में कोई पुलिया नही बनाई गई है, जबकि प्रधान द्वारा सरकारी धन का फर्जी तरीके से दो लाख पचपन हजार सात सौ इकतीस रुपये का भुगतान करा लिया गया है। इतना ही नहीं मामले में दिलचस्प बात ये है कि, जनता को सुगम व त्वरित न्याय दिलाने के लिये शुरू की गई मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायतकर्ता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत संख्या 9191830031230 सम्बन्धी जांच में नामित जांच अधिकारी सहायक विकास अधिकारी ने आपू चापू रिपोर्ट लगाकर वित्तीय अनियमितता की बात का जिक्र न करके प्रधान व सदस्यों को पद से हटाये जाने वाली नियमावली बताकर मामले को और उलझा दिया है,जो कहीं न कहीं जहां एक तरफ उच्चाधिकारियों को गुमराह करने के प्रयाश का इशारा प्रतीत होता है वही दूसरी ओर जांच की निष्पक्षता पर सवालिया निशान है।फिलहाल जो भी हो शिकायत की जाँच होने पर दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो जायेगा।
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